40 कॉपी भी नहीं जांच पा रहे, 60 तक जांचने का मिला आदेश



  1. 40 कॉपी भी नहीं जांच पा रहे, 60 तक जांचने का मिला आदेश


  1. जो परीक्षक प्रतिदिन 40 कॉपी तक नहीं जांच पा रहे हैं, उन्हें बोर्ड ने 60 कॉपी जांचने का निर्देश जारी किया है। इंटर कॉपी जांच निर्धारित समय में पूरा करने को लेकर बोर्ड ने कॉपी की संख्या के साथ ही समय-सीमा भी बढ़ा दिया है।

बोर्ड के इस निर्देश के बाद केन्द्र निदेशक हलकान हैं कि कैसे एक दिन में 60 कॉपियों की जांच पूरी कराई जाए। जिले में गत दो मार्च से ही पांच मूल्यांकन केन्द्रों पर इंटर परीक्षा की कॉपी जांच शुरू है।
लेकिन एक सप्ताह बाद भी बड़ी संख्या में परीक्षकों के योगदान नहीं दिया है। इसके कारण कई विषयों की कॉपी जांच अधूरी है। इंटर कॉपी जांच के लिए 15 मार्च तक की तिथि निर्धारित की गई है। बोर्ड ने सभी मूल्यांकन केन्द्र निदेशक को निर्देश दिया है कि कॉपी जांच की संख्या बढ़ा दी जाए। अब तक बोर्ड की ओर से प्रतिदिन की कॉपियों की संख्या 40-50 निर्धारित की गई थी। बोर्ड ने इसे बढ़ाकर 50-60 कर दिया है।
कॉपी जांच के लिए 10 से 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। इसे बढ़ाकर अब छह बजे तक कर दिया गया है। केन्द्र निदेशकों ने बताया कि ऑनलाइन काम होने के कारण 50 की संख्या तक कोई भी परीक्षक कॉपी नहीं जांच पा रहे हैं। शुरू में तो संख्या 20 तक भी नहीं थी। मगर अब परीक्षक बमुश्किल 30-35 तक कॉपी जांच पा रहे हैं।
ऑनलाइन उपस्थिति में गड़बड़ी से फंसा मामला: बोर्ड के निर्देश के अनुसार मैट्रिक परीक्षा की कॉपी जांच आठ मार्च से निर्धारित है। केन्द्रों पर तो 10 मार्च तक परीक्षक योगदान ही देते रहे। कई केन्द्रों पर कुछ कॉपियों की जांच नौ मार्च को भी हुई। मगर ऑनलाइन उपस्थिति कई केन्द्रों पर मैट्रिक की दो मार्च से ही खुल रही है।
परीक्षक परेशान कि हम नौ मार्च से कॉपी जांच कर रहे हैं। ऐसे में दो मार्च से ऑनलाइन उपस्थिति कैसे दर्ज करें। इस संबंध में केन्द्र निदेशक ने बोर्ड से मार्गदर्शन मांगा है।
Add cap
tion

Comments

Post a Comment